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गरुड़ पुराण की इन सभी बातों का ध्यान रखने से आपको जीवन में कभी पछतावा नहीं होगा !

गरुड़ पुराण की इन सभी बातों का ध्यान रखने से आपको जीवन में कभी पछतावा नहीं होगा !


 नमस्कार ओर आप सभी का स्वागत करते हे। जानिए दोस्तो हमारे अठारा पुराणोमे से एक हे गरुड पुराण हे। गरुड पुराण का नाम आपने जरूर सुनाही होंगा। अक्सर इस गरुड पुराण का पाठ किसी की मुर्त्यु के समय किया जाता हे। गरुड पुराण मे आत्मा के रहस्य के अलावा ज्ञान, नीति, धर्म ,समुद्र शास्त्र, ज्योतिष, आर्युवेद ओर जिंदंगी से जुड़ी हुही बातोका का उल्लेख गरुड पुराण मे किया जाता हे। गरुड पुराणमे ऐसी बाटो का उल्लेख किया जाता हे की जिनहे धर्म मे वर्जित माना गया हे। यदि आप इन्हे करते हे तो आप उसमे बरबाद हो सकते हे। शारीरिक ओर मानसिक रूपसे ही नहीं बल्कि आर्थिक रूपसेभी आप बरबाद हो सकते हे। इसलिए हम आपको बताने जा रहे की क्या आप गरुड पुराणमे रहित एसी सात बाते जिंका ख्याल रहकर आप एक समृद्ध ओर एक खुशाल जीवन आप जी सकते हे। तो चलिये जानते हे की गरुड पुराण अनुसार वो कोनसी बाते हे जिनका ख्याल हमे रखना चाहिए। 

सबसे पहले महत्वपूर्ण बात यह है कि व्यक्ति को स्वयं और अधिकार का ख्याल रखना चाहिए।

गरुड पुराण के नीतिसरमे कहा गया हे की शत्रु ओको लिपटने के लिए आपको चतुर ओर सत्तकर्ता का हमे सहारा लेना चाहिए। शत्रु लगातार हमे नुकशान पोहसानेका हम पर प्रयास करते रहते हे। एसेमे हम चतुरता नहीं दिखाएंगे तो हमे अंतमे नुकशानही भुगतना पड़ता हे। इसलिए हमे जेसा शत्रु हो उसके अनुसार आपको शत्रुकों काबू करना चिए ओर उसकी जैसी आपको तर्कशक्ति आपको करनी चाहिए क्यूकी जैसा शत्रु वैसी हमारी तर्कशक्ति लगानी चाहिए । यदि अप गरुड का पाठ पढ़ते हो आपको साफ ओर सुंगाढ़ित कपड़े आपको पहने चाहिए। यदि आप धनवान, अमीर ओर बहुत सारा सोना कमाने चाहते हो तो आपके लिए जरूरी हे आप साफ ओर सुंगधित आप कपड़े पहना सीखे। गुरु पुराण अनुसार जिन उन लोगो का सौभाग्य अनुसार जो गंदे वस्त्र पहनते हे उस घरमे कभीभी नहीं मछली बनती हे। जिसके कारण सौभाग्य ही चला जाता हे ओर गरीबाई का निवास हो जाता हे। गरुड पुराणमे देखा गया हे की जो लोग धनवान, अमीर ओर धन से रेलमेल सेल होते हे ओर सुख दुख मे सुखी होते हे वह लोग फिरभी गंदे कपड़े पहनते हे उनका जीवान धिरे धीरे नष्ट हो जाता हे इसलिए हमे साफ ओर सुगंधित कप[आड़े पहनने चाहिए जिससे हमारे घरमे महालक्ष्मी की कृपा ओर हम सुख सप्प्न से रहने लगते हे। 

ज्ञान में नित्य अभ्यास अवश्य होता है।

इतनाही कठीन से कठिन सवाल हे। ज्ञान हो या विध्या हो या फिर ज्ञान रखने कोई बाजू हो , यह अभ्यासे ही आप सुरक्षित रखनि चाहिए। यदि आप सतत अभ्यास करने से व्यक्ति उत्तम प्रकारकी बन जाती हे ओर उसे काही सारे प्रश्नो के ऊतर दिया जा सकता हे। यदि आप उत्तम प्रकारका अभ्यास करते हो तो साथ ही वो अभ्यास क्लाभी नहीं भूलता हे। पुराणोमे कहा गया हे की……….

                                                           करत करत अभ्यास के जड्मती होत सुजान, 

               रसरी आवत जात सिल पर करत निशान। 

उसका अर्थात हे  जब रस्सिको बार बार पत्थर रगड़ेने से पत्थर पर निशान पड़ जाता हे, तो निरंतर अभ्यास से वगर आपकी विध्या नष्ट हो जाती हे यदि अभ्यास करते हो तो मूर्ख व्यक्तिभी ज्ञानी बन सकता हे। एसी ही अभ्यास वगर विध्या नष्ट हो जाती हे। यदि आप ज्ञान ओर विध्याका आप सही समय आप अभ्यास नहीं कर पाते तो आप जरूर भूल जाएँगे आप की विध्या नष्ट हो जाएंगी। गरुड पुराण मे बताया गया हे की जो हम जोभी अभ्यास करे उनका हमे दूसरी बार उसका अभ्यास हमेशा करना चाहिए। जिसे की वैयज्ञान जो हमारे मष्टिक मे अच्छी तरह से जाम जाये। 

स्वस्थ शरीर होना चाहिए।

संतुलित भोजन करनेसे ही हमे निरोगी काया प्राप्त होती हे। भोजन ही व्यक्ति अपनी सहेद प्राप्त करता हे ओर भोजन से ही व्यक्ति बेरोगी बन जाता हे। गुरु पुराण अनुसार यदि आप नहीं जानते हे की भिजन हमारा मुख्य  स्त्रोत हे। हमारे शरीरमे आधी बीमारिया एसकी वजह से हमे होती हे की हम असंतुलित खानपान हम लेते हे जिसके कारण हमारा पांचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता हे। इसलिए हमे सदाय गरम ओर ताजा भोजन खाना चाहिए। एसे भोजन ख्नए से हमारा पांचन तंत्र ठीक काम करता हे ओर मजबूत भी बन जाता हे। यदि आप सही भोजन खाते हे तो आपको किसी भोई रोग से आप बस सकते हे ओर आप बीमार कम पड़ने लगते। यदि आप बहुत ज्यादा भोजन लेते हे तो आपका पांचन तंत्र मजबूत हनही हो पाएंगा ओर आप निरोगी नहीं बन पाएंगे। यदि आप ठीक समय पर आप भोजन नहीं लेते हो तो आपका पांचन तंत्र माजूबूत नहीं बन पाता हे। 

एकादशी व्रत का पालन करे। 

एकादशी व्रत को पुराण ओर ग्रंथो मे श्रेष्ट बताया गया हे। गरुड पुराण मे एकादशी व्रत का बहुत तरह से वर्णन किया गया हे। जो व्यक्ति एकादशी का व्रत रखता हे वो सभी कष्टो से बचा रहता हे। उसे व्रत का बहुत ही अच्छा फल मिलता हे। यदि आप एकादशी व्रत रखना चाहते हे तो आपको उसके नियम का पालना करना चाहिए। जब आप ये व्रत रहते हो आपको उस दिन पूरा दिन भूखा रहना चाहिए ओर आपको भगवान की नाम की पुंजा करनी चाहीये ओर किसीभी प्रकारका आपको भोजन नहीं करना चाहिए तभी हमे उसका फल मिलता हे। ज्योतिषोके अनुसार अकादशी व्रत रखने से चाँद का केसाभि बुरा असर हो वे एकदम खत्म हो जाता हे। आप यदि व्रत रखते हो आपको उस सामी भोजन आपको नहीं लेना हे। 

तुलसी का महत्व समजे। 

मानाकी तुलसी का महत्व गरुड पुराण के अलावा  कई पुराणोमे उसका उलेख आपको दिखने जरूर मिलता हे। यदि हम  तुलसी को घरमे रखते हे तो हमे कोईभि रोग से छुटकारा मिलता हे। तुलसी का आप प्रतिदिन सेवन करनेसे आपको कोई प्रकार का रोग नहीं होंगा ओर आपको रोग हे तो आप तुलसी का सेवन करने से आपको किसिभी रोग से आपको राहत मिल सकती हे। यदि आप तुलसी का पौढ़ेका आप अच्छी तरह से आप ख्याल रखते हे ओर आप तुलसीमे हररोज आफ्नै देते हे तो आपका उसका फल जरूर मिलता हे। यदि आप भगवान के सामने आप उसका प्रसाद बनाते हे तो आपके शरीर मे सारे मानसिक रोग ओर आपको जीवन भर कोई शारीरिक रोग से आप ब्वाच्ज सकते हे। यदि आप विष्णुजिकि आप पूजा कराते हो तब आप तुलसी को आप प्रसाद ज्के रूपसे आप लेते हे तो आपको मनमानसिक आपको फल मिलता हे। 

मंदिर ओर धर्म का सन्मान करे आप। 

किसिभी देवी या भगवान का अपमान करने वाले को एकदिन जिंदगी मे जरूर पस्ताना जरूर पड़ता हे ओर वो व्यक्ति नर्क मे जाता हे । इसलिए हमे देवी या देवता का हमे अपमान नहीं करना चाहिए। गरुड पुराण अनुसार ऐसे लोगोके लिए बहुत सारा लिखा गया हे। गरुड पुराण अनुसार मंदिर के सामने ऐसे गंदे काम करने वाले, अच्छे लोगो को धोखा देने वाले,किसी के एसान करने वालो को गाली देते हे ओर उनका दूरउपयोग करनेवाले ओर धर्म, वेद,पुराण ओर शास्त्र का अपमान ओर सवालो उठाने वाले को नर्क से कोई नहीं बचा सकता हे। 

तो मित्रो हम आपसे ऊमीद करते हे की गरुड पुराण आनुसार आप इन सात बातों का आप अपने जीवनमे उतारते हे तो आप जीवनमे आप जरूर सफल हो जाएँगे। 

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